शायरी मेरी कलम से !!
Amateur Shayar :)
Monday 6 July 2015
हर पल पर मरता हूँ...
तारों कि छाँव में तूझे देखता हूँ ,
बिन कहे सब समझता हूँ।
तूझे यक़ीन नही मेरे प्यार पर आज भी ,
फिर भी हर पल तुझ पर मरता हूँ।
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