शायरी मेरी कलम से !!
Amateur Shayar :)
Tuesday 16 June 2020
ज़िंदा रहना जरुरी है..
मिलना सिर्फ ख़यालो में रह गया है ,
हक़ीक़त में तो बस दूरियां है |
ना जाने कब गुफ्तगू होगी
अब
तुमसे ,
बस दुआओं में ज़िंदा रहना जरुरी है |
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